
नदबई कस्बे की पंजाबी कॉलोनी स्थित गुरुद्वारा नानक दरबार में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया। प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरुद्वारे में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
प्रकाश पर्व के अवसर पर सुबह 8 बजे से सुखमनी साहिब जी के पाठ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संगत ने भाग लिया। पाठ के बाद 9:30 बजे से 11 बजे तक कीर्तन दरबार में रागी जत्थों द्वारा मधुर कीर्तन प्रस्तुत किए गए। गुरु की बाणी को सुनते हुए संगत भाव-विभोर हो गई। कीर्तन दरबार के बाद अरदास, बेनती और हुकमनामा उपरांत, गुरु के अटूट लंगर का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से प्रसाद ग्रहण किया।
गुरुद्वारे के हजूरी रागी भाई हरबंस सिंह खालसा ने गुरु नानक देव जी के जीवन और उनके उपदेशों पर प्रवचन दिए। उन्होंने बताया कि, गुरु नानक देव जी का जन्म साल 1469 में कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही हुआ था, इसलिए हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जाता है। उन्होंने संगत को बताया कि गुरु नानक देव जी ने मानवता, भाईचारे, सच्चाई और परोपकार का संदेश दिया था। इस अवसर पर संगत ने गुरुद्वारे में माथा टेककर अपने परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में गुरुद्वारा परिसर को विशेष रूप से सजाया गया। रंग-बिरंगी रोशनी, फूलों की मालाओं से सजाया गया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने बताया कि वे हर वर्ष इसी प्रकार से गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाते हैं।
इस मौके पर गुरमीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, विनोद मेंहदीरत्ता, जसमीत सिंह, वरुण तनेजा, घनश्याम सहगल, अमन खंडूजा, सौरभ मेंहदीरत्ता, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।