
टोंक में उप चुनाव का मतदान खत्म होने के बाद समरावता गांव में पुलिस की हुई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई से लोग अभी भी सहमे हुए हैं। कोई नेता या अधिकारी गांव में जाते है, तो लोग उनके सामने फूट फूट रोने पड़ते है। किसी का भाई तो किसी का पति, बेटा घर वालों से दूर है। इनमें से ज्यादातर पुलिस की गिरफ्त में है। परिजनों का आरोप यह भी हैं कि उन्हे पुलिस पीट रही है, खाना नहीं दे रही है। कोर्ट में पेश करते समय ऐसा कोई नहीं था, जो ठीक से चल रहा था, मतलब पुलिस कस्टडी में जोरदार पिटाई की गई है।
देवली-उनियारा के पूर्व प्रत्याशी विजय सिंह बैंसला के सामने एक हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला। पूजा बारेठ नामक युवती, जिनके भाई को पुलिस ने 13 नवंबर की हिंसात्मक घटना के बाद गिरफ्तार किया था, विजय बैंसला से लिपटकर फूट-फूट कर रो पड़ी।
पूजा ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके भाई को बुरी तरह पीट रही है और भोजन तक नहीं दे रही। उसने बैंसला से गिड़गिड़ाते हुए कहा, “सर, मेरे भाई को बचा लो, पुलिस उसे मार देगी।” इस पर बैंसला ने बच्ची को गले लगाकर आश्वासन दिया कि वे इस मामले को मुख्यमंत्री तक ले जाएंगे और दोषियों को सजा दिलाने की कोशिश करेंगे।