
भरतपुर की दीपाली की 153वीं रैंक आई है। जिसके बाद से उनके घर पर ख़ुशी का माहौल है। दीपाली का यह दूसरा अटेम्ट था। इससे पहले वह सेलेक्ट होते होने से 1 नंबर से रह गई थी। फिलहाल दीपाली महाराजा सूरजमल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर तैनात हैं। RJS सिलेक्शन के बाद उनके परिवार में ख़ुशी का माहौल है। लोग उनके घर बधाइयां देने आ रहे हैं। दीपाली के घर वालों ने घर के सामने जमकर आतिशबाजी कर खुशियां मनाई।
दीपाली के पिता संतोष फौजदार पेशे से वकील हैं। साथ ही वह राष्ट्रीय लोकदल पार्टी के जिला अध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा उनका एक ITI कॉलेज भी है। उन्होंने बताया कि दीपाली की 10th की शिक्षा भरतपुर के सेंट पीटर स्कूल में हुई। उसके बाद 11वीं में उनका एडमिशन केंद्रीय विद्यालय में करवाया। जहां वह 12th तक पढ़ी। 2016 में दीपाली ने BA LLB जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी से की, 2017 में जगन्नाथ यूनिवर्सिटी जयपुर से LLM की, 2020 में NET की परीक्षा दी। 2021 में वह ब्रज यूनिवर्सिटी मेंh असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर लगी। दीपाली ने BA LLB में गोल्ड मेडल हासिल किया था।
दीपाली के पिता संतोष फौजदार ने बताया कि मेरी बेटी का जन्म दीपावली से पहले हुआ था ,इसलिए उनका नाम दीपाली रखा गया। अब वह 30 साल की हैं। फिर से भगवान ने दीपवाली से पहले ख़ुशी दी है। शादी के लिए सामाजिक कुछ मजबूरियां होती हैं। हमारा परिवार इस बात पर अड़ा रहा जब तक हमारी बेटी अपने मुकाम को हासिल नहीं करेगी। तब तक हम अपनी बेटी की शादी नहीं करेंगे। अगर हम यह फैसला नहीं करते तो, बेटी का यह सपना पूरा नहीं होता। आज मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए ख़ुशी का दिन है।