
राजस्थान के देवली-उनियारा में पहली बार हो रहे उपचुनाव के दौरान समरावता में मतदान बहिष्कार और धरना प्रदर्शन ने रात को हिंसक रूप ले लिया है और प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने के बाद पुलिस को उनपर लाठीचार्ज करना पड़ा, इसके बाद लोग भड़क गए और उन्होंने वहां पर पुलिस के कई वाहन और अन्य गाड़ियों में आग लगा दी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए
घायलों में से 3 एसटीएफ (आरएसी) जवानों टोडारायसिंह के जितेंद्र चांवला, टोंक निवासी महिपाल व मुकेश घायल हुए है, जिनको उनियारा से टोंक रैफर किया गया। जिनका उपचार जारी हैl घायलों के अस्पताल पहुंचने की सूचना पर सीएमएचओ डॉ. अशोक यादव, अस्पताल पीएमओ डॉ. बीएल मीणा मेडिकल टीम के साथ अलर्ट दिखेl
यह पूरा हंगामा बुधवार को देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावत्ता में ग्रामीणों द्वारा अपनी मांग को लेकर वोटिंग बहिष्कार से शुरू हुआ था। इसके बाद वहां पहुंचे निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा वोटिंग मशीन चेक करने के बाद एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद मामले ने तुल पकड़ लिया, समझाईश के बाद प्रदर्शनकारियों ने मतदान स्थल से थोड़ी दूर धरना दिया। करीब 4 घण्टे से बाद ग्रामीण मतदान के लिए तो राजी हो गए लेकिन मतदान करने के बाद वह नरेश मीणा के साथ वापस वह धरने पर बैठ गए
धरना स्थल पर प्रदर्शन नाच गाकर समय बिता रहे थे। इसी बीच पुलिस द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को गिरफ्तार करने का प्रयास शुरू किया गया, तो मीणा के समर्थकों और वहां मौजूद प्रदर्शनकारियो ने हंगामा कर दिया। पुलिस पर समर्थकों ने पत्थर बाजी कर दी। इस पर पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ कर भीड़ तीतर बितर करनी पड़ी। इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस के कुछ वाहनों में भी आग लगा दी। घटना से जमकर अफरा-तफरी का माहौल हो गया। बाद में भारी पुलिस बल के बीच नरेश मीणा को हिरासत में लेने की सूचना है।
प्रदर्शनकारियो की आक्रोशित भीड़़ के हंगामा स्थल व पास ही कुछ कच्चे घरों में भी आग लगाने की सूचना सामने आई है। समरावता में बीच समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके जवाब में पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया और आंसू गैस के गोले छोड़ भीड़ को तितर बितर कर दिया।
