
नदबई-नगर रोड स्थित चुंगी के पास चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का भव्य समापन आज हुआ। कथा के अंतिम दिन अंतरराष्ट्रीय कथावाचक भागवत भास्कर श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री ठाकुर जी ने नवयोगेश्वर संवाद, अवधूतोपाख्यान, और द्वादश स्कन्द की दिव्य कथा सुनाकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबो दिया।
संतों का हुआ आगमन, भक्तिमय हुआ माहौल
कथा पंडाल में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने माहौल को भक्तिमय बना दिया। भगवान के जयकारों से पूरा पंडाल गूंज उठा। इस पावन अवसर पर बृज के प्रसिद्ध संतों का भी आगमन हुआ। गौरक्षक गोपेश कृष्ण दास (गोपेश बाबा) और उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के शिवहरी दास जी महाराज सहित पूज्य संतों ने अपनी उपस्थिति से कथा को और अधिक दिव्य बना दिया। जहां आयोजनकर्ता घनश्याम शर्मा और दीपक कटारा ने संतों और श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया।
कथा वाचक भागवत भास्कर श्री कृष्ण चंद्र शास्त्री ठाकुर जी ने कथा के दौरान नवयोगेश्वर संवाद, अवधूतोपाख्यान, और द्वादश स्कन्द जैसे महत्वपूर्ण प्रसंग सुनाए। उन्होंने समझाया कि नवयोगेश्वर संवाद मानव जीवन को आध्यात्मिक मार्ग पर ले जाने का संदेश देता है। अवधूतोपाख्यान में वैराग्य और आत्मज्ञान की महत्ता बताई गई, जबकि द्वादश स्कन्द में भक्ति मार्ग के महत्व को विस्तार से समझाया गया।
आयोजनकर्ता दीपक कटारा ने बताया कि कल हवन यज्ञ और विशाल भंडारे का आयोजन होगा। विशाल भंडारे की तैयारियां जोरों पर हैं। लगभग 5 से 6 हजार श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद तैयार किया जा रहा है। विशाल भंडारे से पहले हवन यज्ञ होगा, जहां श्रद्धालु यज्ञ में आहुति देकर परिवार में शांति और समृद्धि की कामना करेंगे। दीपक कटारा ने बताया कि भंडारे के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। दीपक कटारा ने बताया कि, विशाल भंडारे को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। बड़ी संख्या में लोग भंडारे और हवन में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं से समय पर पहुंचकर प्रसाद ग्रहण करने और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने की अपील की है।
