
नदबई कस्बा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में देवउठनी एकादशी का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास और धार्मिक आस्था के साथ मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर तुलसी विवाह भी धूमधाम के साथ मनाया गया। महिलाओं ने अपने घरों में तुलसी पूजन किया। सुबह से ही महिलाएं तुलसी पूजन के लिए तैयारियों में जुट गईं। पूजा सामग्री एकत्रित करने के बाद उन्होंने अपने घरों में तुलसी के पौधों की पूजा की। कई स्थानों पर सामूहिक रूप से तुलसी माता का विशेष पूजन और तुलसी विवाह का आयोजन किया गया। पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाया गया और मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की गई।
कस्बे के पंजाबी मोहल्ले स्थित श्रीराम मंदिर में तुलसी विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जहाँ बड़ी संख्या में महिलाएं इकट्ठा हुईं। इस दौरान महिलाएं सज-धज कर मंदिर पहुंची और तुलसी विवाह से संबंधित भक्ति गीत गाए और माहौल को भक्तिमय बना दिया। श्रीराम मंदिर में तुलसी माता का विवाह शालिग्राम जी के साथ संपन्न हुआ, इससे पहले महिलाओं ने बैंड बाजे के साथ शालिग्राम जी की बारात में निकाली। बारात में शामिल महिलाएं नाचती गाती हुईं चल रहीं थीं।
पूजन के दौरान महिलाओं ने तुलसी के पौधे का श्रृंगार कर विशेष आभूषण और वस्त्र पहनाए। विभिन्न भक्तिमय गीतों के बीच तुलसी विवाह का आयोजन धूमधाम से हुआ। श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से मंत्रोच्चारण के साथ तुलसी माता की आरती की।पूरे क्षेत्र में तुलसी विवाह का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया।