
जयपुर की एनआरएचएम क्वालिटी टीम ने नदबई में 108 एंबुलेंस सेवा का औचक निरीक्षण किया। टीम ने मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं, एंबुलेंस के संचालन और उपकरणों की स्थिति का बारीकी से मूल्यांकन किया। यह निरीक्षण मरीजों को दी जा रही आपातकालीन सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया।
एंबुलेंस के उपकरण और सेवाओं की गहन जांच
टीम ने एंबुलेंस के भीतर मौजूद उपकरणों जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, सक्शन मशीन, और दवाइयों की जांच की। इसके साथ ही, मरीजों के लिए उपलब्ध स्ट्रेचर, प्राथमिक चिकित्सा किट, और अन्य सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि, एंबुलेंस में सभी चिकित्सा उपकरण पूरी तरह से सही हैं और किसी भी आवश्यक सामग्री की कमी नहीं है।
कर्मचारियों को दिए गए निर्देश
टीम ने एंबुलेंस कर्मियों को यह निर्देश दिए कि, किसी उपकरण में खराबी आने पर उसे तुरंत ठीक करवाया जाए। साथ ही, मरीजों की सेवा में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इस पर विशेष जोर दिया गया। टीम ने कहा कि एंबुलेंस की कार्यप्रणाली हमेशा सुचारू रहनी चाहिए, ताकि आपातकालीन स्थिति में मरीजों को तुरंत सहायता मिल सके।
सेवा की प्रशंसा और सुधार के दिए सुझाव
निरीक्षण के दौरान टीम ने 108 एंबुलेंस सेवा की सराहना की और इसे और बेहतर बनाए रखने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि सेवा की गुणवत्ता को बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के मरीजों के लिए जीवन रक्षक साबित होती है।
इस मौके पर भरतपुर जिले के 108 एंबुलेंस प्रभारी अखैराम चौधरी, एंबुलेंस पायलट रामकुमार चौधरी और नर्सिंग स्टाफ सीताराम प्रजापत भी मौजूद रहे।